
दोपहर में भी जलती स्ट्रीट लाइटें, दोस्तपुर नगर पंचायत में सरकारी संसाधनों की खुलेआम बर्बादी
दोस्तपुर /सुल्तानपुर
सुल्तानपुर जनपद के दोस्तपुर नगर पंचायत क्षेत्र में सरकारी संसाधनों की बर्बादी का गंभीर मामला सामने आया है। कस्बे के मुख्य मार्गों, बाजारों, गलियों एवं चौराहों पर लगी स्ट्रीट लाइटें दिन के उजाले में भी लगातार जलती देखी जा रही हैं। स्थानीय नागरिकों ने इस स्थिति के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष शकुंतला देवी की कथित लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
कस्बेवासियों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटों को समय पर बंद करने, खराब लाइटों की मरम्मत कराने तथा उनकी नियमित निगरानी के लिए कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई है। कई बार शिकायत दर्ज कराने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। इससे न केवल विद्युत ऊर्जा की भारी बर्बादी हो रही है, बल्कि सरकारी धन का भी दुरुपयोग हो रहा है।
इस संबंध में जब दोस्तपुर उपखंड अधिकारी संजीव कुमार रवि से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि स्ट्रीट लाइटों को चालू और बंद करने की पूरी जिम्मेदारी नगर पंचायत की है। इसके बावजूद नगर पंचायत स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रमेश सोनकर से भी कई बार शिकायत की, लेकिन हर बार इसे नजरअंदाज कर दिया गया। इस उदासीन रवैये के चलते व्यापारियों और आम नागरिकों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि यदि यही हालात बने रहे तो बढ़ा हुआ बिजली बिल अंततः जनता पर ही अतिरिक्त बोझ के रूप में डाला जाएगा।
एक ओर सरकार ऊर्जा संरक्षण और बिजली बचत को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है, वहीं दोस्तपुर नगर पंचायत में इन निर्देशों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। कस्बेवासियों ने उच्च अधिकारियों से मामले का संज्ञान लेकर जांच कराने, जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही तय करने तथा लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि सरकारी संसाधनों की बर्बादी पर अंकुश लगाया जा सके।

